चकिया ( मीडिया टाइम्स )। कहते हैं कि अगर मन में कुछ कर गुजरने की सच्ची चाह हो, तो मुश्किलें भी रास्ता बन जाती हैं।
इसी कहावत को सच कर दिखाया है चकिया क्षेत्र के अमरा उत्तरी गांव निवासी विशाल पाल ने, जिन्होंने पढ़ाई के साथ-साथ खेल के मैदान में भी अपनी प्रतिभा का परचम लहराकर पूरे गांव, परिवार और जिले का नाम रोशन किया है।
धर्मेंद्र पाल के पुत्र विशाल पाल ने 1 दिसंबर 2025 को गोरखपुर में आयोजित वीर बहादुर सिंह चैलेंज कुश्ती प्रतियोगिता में 48 किलोग्राम भार वर्ग में शानदार प्रदर्शन करते हुए प्रथम स्थान प्राप्त कर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। इस ऐतिहासिक जीत के साथ ही विशाल ने जिले स्तर पर कुश्ती प्रतियोगिता में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई।
विशाल पाल ने बताया कि उन्हें बचपन से ही कुश्ती में विशेष रुचि रही है। उन्होंने गांव के दंगल में आठवीं कक्षा से ही कुश्ती में अभ्यास शुरू किया, और लगातार मेहनत व लगन के बल पर आगे बढ़ते चले गए। उन्होंने कहा, “मेरे लिए कुश्ती सिर्फ खेल नहीं, बल्कि सपना है, जिसे पूरा करने के लिए रोज कड़ी मेहनत करता हूं।”
परिजनों ने गर्व से बताया कि विशाल शुरू से ही कुश्ती को लेकर बेहद समर्पित रहे हैं। बेटे की मेहनत और लगन को देखते हुए परिवार ने हर कदम पर उसका हौसला बढ़ाया और आगे भी उसे पूरा सहयोग देने का संकल्प लिया है, ताकि वह प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर पर भी गांव का नाम रोशन कर सके।
गांव में विशाल की इस उपलब्धि पर खुशी की लहर दौड़ गई है। ग्रामीणों और युवाओं ने उसे बधाई देते हुए प्रेरणा का स्रोत बताया। लोगों का कहना है कि विशाल जैसे खिलाड़ी ग्रामीण प्रतिभाओं के लिए मिसाल हैं, जो सीमित संसाधनों में भी कड़ी मेहनत कर अपने सपनों को सच कर सकते हैं।
विशाल पाल की यह जीत न सिर्फ उनके परिवार के लिए गर्व का विषय है, बल्कि पूरे चकिया क्षेत्र के युवाओं को आगे बढ़ने की नई प्रेरणा भी दे रही है।




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