महादेवपुर में पानी के लिए हाहाकार, बाल्टी लेकर धरने पर बैठे ग्रामीण
चकिया (चंदौली)। जनपद चंदौली के विकासखंड चकिया अंतर्गत ग्राम पंचायत महादेवपुर में पीने के पानी की समस्या ने विकराल रूप ले लिया है। हालात इतने गंभीर हैं कि आज़ादी के 77 साल बाद भी ग्रामीणों को बूंद-बूंद पानी के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। एक ओर देश में आज़ादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है, तो दूसरी ओर महादेवपुर के ग्रामीण पानी के लिए बाल्टी और बर्तन लेकर धरने पर बैठने को मजबूर हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि कई पीढ़ियों से गांव में शुद्ध पेयजल की स्थायी व्यवस्था नहीं हो पाई है। पुराने हैंडपंप या तो खराब पड़े हैं या फिर पानी देने में असमर्थ हैं। वहीं जल निगम द्वारा पाइपलाइन तो बिछा दी गई, लेकिन आज तक पानी की सप्लाई शुरू नहीं की गई, जिससे ग्रामीणों की परेशानी और बढ़ गई है।
सूचना मिलते ही बसपा नेता व जिला पंचायत प्रत्याशी शैलेश कुमार गांव पहुंचे और ग्रामीणों के साथ धरने में शामिल होकर आवाज उठाई। उन्होंने नए हैंडपंप लगाने, खराब हैंडपंपों का रीबोर कराने तथा जल निगम की पाइपलाइन से तत्काल जलापूर्ति शुरू कराने की मांग की। शैलेश कुमार ने कहा कि पानी जैसी बुनियादी सुविधा के अभाव में रहना प्रशासन की गंभीर विफलता को दर्शाता है।
ग्रामीणों ने जिलाधिकारी और उपजिलाधिकारी से शीघ्र हस्तक्षेप कर समस्या के स्थायी समाधान की मांग की है। धरने में भूलन पाल, गुड्डू पाल, राजकुमार, उमेश कुमार, मीरा देवी, पूजन राम, गीता देवी, धीरेंद्र पाल, राम भजन पाल, योगेंद्र पाल, शशिकला, छोटू, रामबाबू, राम सिंह, मनोहर, बूल्लू, भरत, भागमनी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही पानी की व्यवस्था नहीं की गई तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। फिलहाल पूरा गांव प्रशासन की ओर टकटकी लगाए बैठा है कि कब उन्हें इस बुनियादी समस्या से निजात मिलेगी।



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