सात महीने से नहीं बदले गए जर्जर बिजली पोल, ग्रामीणों का सब्र टूटा — विभागीय लापरवाही पर भड़के ग्रामीण
चकिया, चंदौली। शासन के निर्देशों को ठेंगा दिखा रहे बिजली विभाग के अधिकारी इन दिनों ग्रामीणों के गुस्से के केंद्र में हैं। बबुरी फीडर के मवैया गांव में पिछले सात महीने से जर्जर विद्युत खंभे बदलने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने कई बार विभागीय अधिकारियों को अवगत कराया, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। विभागीय उदासीनता से क्षुब्ध ग्रामीणों ने शनिवार को गांव में जमकर प्रदर्शन और नारेबाजी की।
ग्रामीणों का कहना है कि खंभों की स्थिति इतनी खराब है कि कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। बरसात के मौसम में कई बार तार टूटने और पोल झुकने की घटनाएं भी हो चुकी हैं, लेकिन बिजली विभाग के अधिकारी आंख मूंदे बैठे हैं।
ग्राम प्रधान ने भी कई बार जेई और एसडीओ को मौखिक और लिखित शिकायत दी, मगर हर बार सिर्फ आश्वासन ही मिला। अब ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे ऊर्जा मंत्री से मिलकर जिम्मेदार अधिकारियों की लिखित शिकायत करेंगे।
ग्रामीणों ने कहा कि शासन बिजली व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रहा है, मगर विभाग के अधिकारी लापरवाही बरतकर सरकार की मंशा पर पानी फेर रहे हैं। उन्होंने मांग की कि जल्द से जल्द गांव के जर्जर पोलों को बदला जाए, ताकि लोगों की जानमाल सुरक्षित रहे और निर्बाध बिजली आपूर्ति बहाल हो सके।





No comments:
Post a Comment