गोवर्धन पूजा पर आस्था का सैलाब: बबुरी क्षेत्र में महिलाओं और बहनों ने रखा व्रत, गोवर्धन पर्वत की प्रतिमा बना की पूजा-अर्चना
बबुरी (चंदौली)।कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि पर मनाया जाने वाला गोवर्धन पूजा पर्व बबुरी क्षेत्र में धूमधाम से संपन्न हुआ। क्षेत्र के विभिन्न गांवों और मोहल्लों में महिलाओं और बहनों ने गोवर्धन पर्वत की प्रतिमा बनाकर पूजा-अर्चना की और परिवार की सुख-समृद्धि तथा गौ-पालन की रक्षा के लिए व्रत रखा।
सुबह से ही महिलाओं ने घरों की साफ-सफाई कर गोबर, मिट्टी और फूलों से गोवर्धन पर्वत की प्रतिकृति तैयार की, फिर विधि-विधान से भगवान श्रीकृष्ण और गायों की पूजा की। इस दौरान “गोवर्धन धरन गिरीधारी” और “जय श्रीकृष्ण गोवर्धननाथ की जय” के जयकारों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया।
ग्राम पंचायत नसरथा, करेमुआ, भरवा और कुंदरा सहित आसपास के इलाकों में महिलाओं ने पारंपरिक व्रत रखकर परिवार की खुशहाली की कामना की।
स्थानीय महिला सरिता देवी ने बताया — “हम हर साल गोवर्धन पूजा करते हैं ताकि परिवार में सुख-शांति बनी रहे और गौमाता की कृपा बनी रहे।”
वहीं रीना गुप्ता ने कहा — “यह पर्व हमें भगवान कृष्ण के उस स्वरूप की याद दिलाता है, जब उन्होंने इंद्र के कोप से ब्रजवासियों की रक्षा की थी।”
गोवर्धन पूजा के अवसर पर गौ-सेवा, दीपदान और प्रसाद वितरण का आयोजन भी किया गया। ग्रामीणों ने कहा कि यह पर्व आस्था, प्रकृति और गौमाता के प्रति सम्मान का प्रतीक है, जो हमें संरक्षण और सहयोग की भावना सिखाता है।









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