झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के स्थापक नेता शिबू सोरेन का 4 अगस्त 2025 की सुबह 8:56 बजे दिल्ली के श्री गंगा राम अस्पताल में निधन हो गया, उनकी उम्र 81 वर्ष थी ।
इस दुखद समाचार की पुष्टि उनके पुत्र और वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने की। उन्होंने X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा:
> “आदरणीय दिशोम गुरुजी हम सभी को छोड़कर चले गए हैं। आज मैं शून्य हो गया हूँ…”
⚕️ स्वास्थ्य एवं उपचार जानकारी
उन्हें 19 जून 2025 को दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में किडनी संबंधी गंभीर समस्या के चलते भर्ती कराया गया था। इसके साथ ही उन्होंने स्ट्रोक भी झेला था और लगभग एक माह वेंटिलेटर सपोर्ट पर रहे ।
अस्पताल के बयान के अनुसार, “बहुविशिष्ट चिकित्सा टीम की पूरी कोशिशों के बावजूद, वे शांतिपूर्ण रूप से 4 अगस्त को अपने परिवार के सान्निध्य में उन्होंने अंतिम सांस ली।” ।
🧭 राजनीतिक जीवन और विरासत
जन्म: 11 जनवरी 1944, नेमरा गांव, रामगढ़ (तब बिहार, अब झारखंड) में हुआ उन्होंने अपने जीवन की शुरुआत संघर्षशील आदिवासी परिवार से की थी ।
JMM की स्थापना 1972–73 में की, जिसमें उन्होंने आदिवासी अधिकारों और झारखंड राज्य गठन की लड़ाई में अहम् भूमिका निभाई थी ।
तीन बार झारखंड के मुख्यमंत्री (2005, 2008–09, 2009–10) रहे और एक दशक से भी अधिक समय तक JMM का नेतृत्व किया ।
वे सात‑आठ बार लोकसभा से चुने गए, राज्यसभा में भी सांसद रहे, और तीन बार केंद्रीय कोयला मंत्री रहे ।
उनकी राजनीतिक यात्रा विवादों से भी दूर नहीं थी — 2006 में अपने निजी सचिव की हत्या मामले में दोषी पाए गए, जिसके बाद मंत्री पद से इस्तीफा दिया; पर बाद में बरी भी हुए ।
🏛️ संवेदनाएँ एवं श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, कई केंद्रीय मंत्री और सांसदों समेत अन्य नेताओं ने शोक व्यक्त करते हुए शिबू सोरेन को आदिवासी अधिकारों और सामाजिक न्याय के दृढ़ समर्पण के दृष्टिकोण वाला नेता बताया ।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा:
> “श्री शिबू सोरेन जी एक ऐसी जमीनी नेता थे जिन्होंने बिना किसी लाभ की अपेक्षा गरीब व वंचितों के उत्थान के लिए काम किया। मैं उनके परिवार और सम्मानियों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूँ। ओम शांति।”
विषय विवरण
निधन दिनांक एवं समय 4 अगस्त 2025, सुबह 8:56 बजे
निधन स्थान श्री गंगा राम अस्पताल, नई दिल्ली
आयु 81 वर्ष
स्वास्थ्य कारण किडनी रोग, स्ट्रोक, वेंटिलेटर पर अंत तक
मुख्य राजनीतिक भूमिकाएँ 3‑बार मुख्यमंत्री, केंद्रीय कोयला मंत्री, सांसद
पारिवारिक प्रतिक्रिया पुत्र हेमंत सोरेन का भावुक संदेश
राष्ट्रीय प्रतिक्रियाएँ नरेन्द्र मोदी, द्रौपदी मुर्मू, अन्य नेताओं द्वारा श्रद्धांजलि
विरासत आदिवासी अधिकारों के संरक्षक; झारखंड राज्य गठन में निर्णायक भूमिका
शिबू सोरेन की मृत्यु झारखंड और भारत के आदिवासी नेतृत्व के एक युग का समापन है। उनकी राजनीतिक यात्रा ने सामाजिक अन्याय के खिलाफ संघर्ष को संसद तक पहुंचाया और आदिवासी समुदाय को अपनी पहचान तथा सामाजिक न्याय दिलाने में मदद की। एक दूरदर्शी नेता के रूप में उनकी छवि आज भी जिंदा है — उनकी
यादें और योगदान आने वाले वर्षों तक प्रेरणास्त्रोत बने रहेंगे।




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