काटे जा रहे हरे पेड़, वन विभाग कार्रवाई करने में कर रहा टाल मटोल, उपजिलाधिकारी को सूचना होते ही वन विभाग हुआ सक्रिय
चकिया। शासन के निर्देश पर प्रशासन की ओर से पर्यावरण संरक्षण को पौधारोपण करा रहा है। समाजसेवी संस्थाएं भी लोगों को जागरूक कर रही हैं। इसके बावजूद लकड़ी माफिया नहीं मान रहे हैं।
हरे पेड़ों का कटाई जोर शोर से हो रहा है। जब मामला वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में पहुंच जाता है। तो थोड़ा-बहुत जुर्माना लगाकर मामला रफादफा कर दिया जाता है।
चकिया क्षेत्र के सोनहुल गांव में मेन रोड से पचास मीटर बगल में आम और जामुन के फलदार वृक्षों को मंगलवार सुबह लकड़ी ठेकेदार द्वारा काटे जाने का वीडियो वायरल हुआ।
मामले की सूचना अधिकारियों को भी दी गई, मौके पर अधिकारियों ने पहुंच कर अपना कानूनी कारवाई होने की बात कही। ग्रामीणों ने बताया की एक पेड़ आम और एक पेड़ जामुन के लकड़ी ठेकेदार द्वारा पेड़ काट कर ले जाने की तैयारी हो रही थी मौके पर पहुंचे वन विभाग दरोगा रामअशीष ने अपना कानूनी कारवाई करने के लिए पहुंचे।
ग्रामीणों ने कहा की कोई कार्रवाई न होने से लकड़ी ठेकेदारों की हौसले बुलंद हैं।
शासन लाखों रुपये खर्च कर पेड़ लगवा रही है। तथा अन्य लोगों को पेड़ लगाने के लिए प्रेरित कर रही है।
वर्जन
वही पेड़ काटने की सूचना वन विभाग के डीएफओ दिलीप श्रीवास्तव को दी गई थी आश्वासन देकर कहा की जानकारी कराकर कार्रवाई की जाएगी। और उनसे जुर्माना वसूला जायेगा है।




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