विश्व तम्बाकू दिवस पर नुक्कड़ नाटक कर किया जागरूक - Media Times

Breaking News

 नमस्कार   मीडिया टाइम्स में आपका स्वागत है Media Times

ad

 


Sunday, May 31, 2020

विश्व तम्बाकू दिवस पर नुक्कड़ नाटक कर किया जागरूक

सत्येन्द्र कुमार (संवाददाता)
 पीडीडीयू(चंदौली)विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के उपलक्ष्य में रविवार को नगर की सामाजिक संस्था,अस्मिता नाट्य संस्थान एवं माँ सरस्वती डेंटल हॉस्पिटल के तत्वावधान में जी.टी रोड स्थित सुभाष पार्क के सामने नुक्कड़ नाटक सभा का आयोजन किया गया।इस अवसर पर " *नशा ले डूबेगा*" का नुक्कड़ नाटक मंचन किया गया।जिसमें कलाकारों द्वारा इस नुक्कड़ नाटक में दर्शाया गया कि इसमें एक व्यक्ति ने तम्बाकू व सिगरेट का सेवन कर इसका आदि बन चुका था और अपने जिंदगी को नरक बना दिया था,जिसके कारण वह जिंदगी और मौत से लड़ रहा था,अंत में उसके पास रखा धन भी उसके काम ना आ सका,अपने साथ कइयों की जिंदगी बर्बाद कर अंत इस दुनिया से चला गया।इस नाटक के माध्यम से यह बताया गया कि किसी चीज की ज्यादा नशा हानिकारक होता हैं।जिस वस्तु को ईश्वर ने बनाया हैं,उसे बिगड़ जाने पर कोई नहीं बना सकता।इस अवसर पर उपस्थित जनपद के वरिष्ठ दंत चिकित्सक डॉ. आनंद श्रीवास्तव ने कहाँ की जिंदगी में हमें किसी भी चीज का ज्यादा आदि नहीं होना चाहिये,क्योंकि कहि न कही आगे चलकर हमारे लिए हानिकारक साबित होता हैं।आज समाज में लोग नाना प्रकार की बीमारियों से ग्रषित हैं, यह सब दूषित खान-पान,गुटखा,तम्बाकू,सिगरेट आदि से हैं।जो लोग तम्बाकू का सेवन करते हैं, वो अपने खतरनाक बीमारी व मौत को खुद दावत देते हैं,इससे होने वाले मुँह व गले के कैंसर से पीड़ित हर साल हजारों लोगों की मौत होती हैं।उन्होंने ने बताया कि उनके क्लिनिक में एक व्यक्ति अपने दाँत के इलाज हेतु आया था,उन्होंने पूछा कि आप लोग इतना पान-गुटखा का सेवन क्यों करते हैं, तो उस पर उस व्यक्ति ने उत्तर दिया डॉक्टर साहब क्या करे हम चाह कर भी इसे नहीं छोड़ पा रहें, ये जानते हुए की यह हमारे स्वास्थ्य के लिये हानिकारक हैं,हम इसके आदि हो चुके हैं,परन्तु डॉक्टर के उचित परामर्श व कुशल इलाज से वह नशा मुक्त होकर आज अपने परिवार के बीच स्वस्थ व सुरक्षित हैं।वही उपस्थित समाजसेवी सुरेंद्र रौनियार ने कहाँ की जो लोग इस प्रकार का नशा करते हैं,इसका बूरा प्रभाव आने वाले पीढ़ी पर पड़ता हैं और आने वाली पीढ़ी भी ऐसे नशे में लुप्त हो जाते हैं।इसलिए तम्बाकू, पान-गुटखा का सेवन से बढ़िया की हम उस पैसे से फल-फूल खाये जिससे हमारे स्वास्थ्य पर कोई बुरा असर नहीं पड़ेगा अन्यथा इस महामारी कोरोना में जो लोग किसी खतरनाक बीमारी के चपेट में हैं,उनके शरीर में इम्युनिटी की कमी हैं, उसमें कोरोना का संक्रमण फैल सकता हैं।इस नाटक के निर्देशक विजय कुमार गुप्ता रहे,कलाकारो में प्रमोद अग्रहरि,सार्थक सिंह,लिटल मास्टर शुवांश,रोहित,राजू कुमार,दिलीप यादव उपस्थित रहे।

No comments:

Post a Comment

Post Top Ad