मानव कल्याण हेतु धम्म यात्रा, गौरही में तीन दिवसीय बुद्ध चरित्र भगवंत कथा का शुभारंभ
सोनभद्र। जनपद के करमा ब्लॉक अंतर्गत ग्राम सभा गौरही में शांति, करुणा और सद्भाव के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने हेतु तीन दिवसीय बुद्ध चरित्र भगवंत कथा का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन डॉ. रामजनम कुशवाहा के आवास पर किया गया है, जहां विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी तथागत गौतम बुद्ध के जीवन और उपदेशों पर आधारित कथा का प्रारंभ 28 नवंबर से हुआ।
कथा के शुभारंभ से पूर्व दोपहर बाद मानव कल्याण के उद्देश्य से एक विशाल धम्म यात्रा निकाली गई। यात्रा डॉ. रामजनम कुशवाहा के आवास से शुरू होकर लोहरा पम्पवा बस्ती, सवईयवां बस्ती होते हुए गौरही पंचायत भवन तक पहुँची और लगभग पाँच किलोमीटर का भ्रमण पूरा कर पुनः प्रारंभ स्थल पहुंचकर संपन्न हुई। धम्म यात्रा के दौरान “बुद्धं शरणं गच्छामि” के उद्घोष से पूरा क्षेत्र गूंज उठा, जिससे वातावरण पूर्णतः भक्तिमय व शांतिमय बन गया।
यात्रा में पूज्य भिक्खु ज्ञान ज्योति, पूज्य भिक्खु डॉ. महेंद्र शाक्य, भिक्खु सुगत मुनि, अश्वजीत भन्ते, महायान भन्ते, शेषरत्न भन्ते, बुद्ध रक्षित भन्ते व दान रक्षित भन्ते सहित अनेक पूज्य भिक्खुओं की उपस्थिति रही। इनके साथ समाज के प्रबुद्धजन—कमला जी, गौरीशंकर जी, गिरजा शंकर, डॉ. रमेश प्रसाद मौर्य (बेणुवन बुद्ध विहार नेवारी), शंकर प्रसाद, अधिवक्ता धर्मराज मौर्य, युवा समाजसेवी मनोज कुशवाहा, रामकेश पनिका, जयमंगल भारती, मुन्ना भारती, राजेश भारती, दिनेश (मोछू) समेत सैकड़ों श्रद्धालु सम्मिलित रहे।
धम्म यात्रा के उपरांत प्रथम दिवस की बुद्ध चरित्र भगवंत कथा आरंभ हुई, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने बुद्ध वाणी की देशना ग्रहण की। भिक्खुओं ने बुद्ध के जीवन से जुड़े त्याग, अहिंसा, करुणा और समता के संदेशों को सरल शब्दों में जनमानस तक पहुँचाया और समाज में आपसी भाईचारे को मजबूत करने का आह्वान किया।
आयोजक डॉ. रामजनम कुशवाहा ने बताया कि तीन दिवसीय कथा का समापन 30 नवंबर 2025 (रविवार) को होगा। समापन अवसर पर दोपहर 12 बजे से भोजनदान (भंडारा) का आयोजन किया जाएगा, जिसमें सभी धर्मप्रेमी जनों को सादर आमंत्रित किया गया है। यह आयोजन समाज में शांति, सद्भाव और मानवीय मूल्यों को सुदृढ़ करने की दिशा में एक सराहनीय पहल माना जा रहा है।




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