मरीजों की जान पर भारी ‘बीमार’ एम्बुलेंस सेवा — धक्का देकर स्टार्ट हुई जिंदगी बचाने वाली गाड़ी!
मधु रिपोर्टर, मीडिया टाइम्स
चकिया, चंदौली। सरकार भले ही ग्रामीण और पहाड़ी क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के दावे करती हो, लेकिन ज़मीनी हकीकत कुछ और ही कहानी बयां करती है। चकिया नगर मुख्यालय से सटे भभौरा–पथरहवा मार्ग पर मरीजों को अस्पताल पहुंचाने वाली एम्बुलेंस सेवा खुद ‘बीमार’ पड़ गई।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें देखा जा सकता है कि ग्रामीण एम्बुलेंस को धक्का देकर स्टार्ट कराने की कोशिश कर रहे हैं। यह घटना न सिर्फ स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाती है, बल्कि सरकार के “हर घर स्वास्थ्य” के दावे की पोल भी खोलती है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि—
> “पहाड़ी इलाकों में वैसे ही अस्पतालों की दूरी ज्यादा है। ऊपर से अगर एम्बुलेंस ही खराब हालत में होंगी तो मरीजों को समय से इलाज कैसे मिलेगा?”
इस घटना ने स्वास्थ्य विभाग की देखरेख और वाहन रखरखाव व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार उन्होंने एम्बुलेंस की खराब स्थिति की शिकायत की, लेकिन विभागीय स्तर पर अब तक कोई सुधार नहीं हुआ।
वायरल वीडियो में दिखाई दे रही यह लाचार स्थिति अब सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है। लोग सवाल कर रहे हैं कि जब “संजीवनी” देने वाली गाड़ियां ही दम तोड़ रही हैं, तो मरीजों की जान की सुरक्षा कौन करेगा?
वीडियो: स्थानीय ग्रामीणों द्वारा सोशल मीडिया पर वायरल
अब देखना होगा कि स्वास्थ्य विभाग इस ‘बीमार एम्बुलेंस सेवा’ को कब तक नया जीवन देता है।






No comments:
Post a Comment