चकिया चंदौली ( मीडिया टाइम्स )। छठ पूजा के दौरान चंद्रप्रभा नदी में हुए दर्दनाक नाव हादसे में डूबे तीन किशोरों में से दो के शव बुधवार को 36 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बरामद किए गए।
बबुरी थाना क्षेत्र के कोदोचक गांव में सोमवार शाम छठ घाट के पास हुए इस हादसे ने पूरे इलाके को गमगीन कर दिया है।
सोमवार को छठ पर्व के दौरान आधा दर्जन किशोर नाव लेकर नदी में सैर करने निकले थे। नाव जैसे ही बीच धारा में पहुँची, अचानक असंतुलित होकर पलट गई। सभी किशोर पानी में गिर गए। इनमें से तीन किशोर — यश (16 वर्ष), पीयूष (13 वर्ष) और अरुण (13 वर्ष) — गहरे पानी में डूब गए। बाकी किशोर किसी तरह तैरकर किनारे आ गए।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसे के बाद घाट पर अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों ने तत्काल अपने स्तर से खोजबीन शुरू की, लेकिन रात हो जाने और नदी की तेज धारा के कारण बचाव कार्य मुश्किल हो गया। सूचना पर बबुरी थाना प्रभारी सत्य प्रकाश मिश्रा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुँचे और एसडीआरएफ व एनडीआरएफ की टीमें भी राहत कार्य में जुटीं।
मंगलवार रात तक तीसरे किशोर अरुण (13 वर्ष) का शव बरामद किया जा चुका था, लेकिन यश और पीयूष का कुछ पता नहीं चल पाया था। बुधवार सुबह दोनों टीमों ने लगातार गोताखोरी कर करीब 36 घंटे बाद दोनों किशोरों के शव नदी से बाहर निकाले।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन की धीमी प्रतिक्रिया और समुचित तैयारी न होने पर सवाल उठाए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यदि बचाव दल तुरंत सक्रिय होता, तो शायद किसी की जान बच सकती थी।
घटना के बाद कोदोचक और आसपास के गांवों में शोक की लहर है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
छठ जैसे पवित्र पर्व के दौरान हुई इस त्रासदी ने प्रशासनिक तैयारियों और जल सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगा दिए हैं।




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