सांसद के माध्यम से पीएम को ज्ञापन, शिक्षकों ने टेट अनिवार्यता से मुक्ति की उठाई मांग
चकिया। शुक्रवार को शिक्षकों ने रॉबर्ट्सगंज लोकसभा क्षेत्र के सांसद छोटेलाल सिंह खरवार के आवास पर एकत्र होकर प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उत्तर प्रदेश में 29 जुलाई 2011 से पूर्व नियुक्त शिक्षकों को टेट परीक्षा की अनिवार्यता से मुक्त करने की मांग की गई।
विदित हो कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने 1 सितंबर 2025 को आदेश पारित किया है कि जिन शिक्षकों की सेवा अवधि पांच वर्ष से अधिक हो चुकी है, उन्हें दो वर्ष के भीतर टेट परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी। वहीं, पदोन्नति हेतु केवल टेट उत्तीर्ण शिक्षक ही पात्र होंगे।
संघ के अध्यक्ष अजय गुप्ता ने कहा कि यदि शिक्षकों के साथ नियमों के विपरीत किसी प्रकार का अहित हुआ तो शिक्षक परिवार सड़क से लेकर संसद तक आंदोलन करने को बाध्य होगा। उन्होंने केंद्र सरकार से आरटीई एक्ट की धारा 23(2) में संशोधन कर शिक्षकों का हित सुरक्षित करने की मांग की।
इस दौरान मंत्री बाबूलाल, कोषाध्यक्ष अनिल यादव, उपाध्यक्ष अशोक प्रजापति, संरक्षक ओमप्रकाश दूबे, शिवानंद सिंह, प्रदीप जैसल, अनुपमा सिंह, चंदा किरण, राधेश्याम सोनकर, सुनील पटेल समेत सैकड़ों शिक्षक मौजूद रहे।



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