खून का रिश्ता बना खौफनाक दुश्मनी : रिटायर्ड दरोगा ने अधिवक्ता भाई को गोली मारकर उतारा मौत के घाट
चंदौली। कहते हैं कि रिश्तों की नींव आपसी विश्वास और प्रेम पर टिकी होती है। लेकिन जब इसी रिश्ते के बीच जमीनी विवाद आ जाए तो खून का नाता भी दुश्मनी में बदल जाता है। कुछ ऐसा ही खौफनाक नजारा गुरुवार को चंदौली जिले के सदर कोतवाली क्षेत्र के सिरसी गांव में देखने को मिला, जब एक रिटायर्ड दरोगा ने अपने ही सगे अधिवक्ता भाई को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है।
अदालत में हुई कहासुनी बनी विवाद की चिंगारी
जानकारी के मुताबिक मृतक अधिवक्ता चंदौली सिविल कोर्ट में प्रैक्टिस करते थे। गुरुवार को जमीन विवाद के मामले की सुनवाई के दौरान उनका अपने बड़े भाई, जो पुलिस विभाग से दरोगा पद से रिटायर हो चुके हैं, से तीखा झगड़ा हो गया। अदालत परिसर में हुई नोकझोंक और धक्का-मुक्की ने दोनों पक्षों के रिश्तों की दरार को और गहरा कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार उस समय मामला किसी तरह शांत तो हो गया, लेकिन रिटायर्ड दरोगा का गुस्सा थमा नहीं।
घर पहुंचते ही चली गोली
अदालत से लौटकर अधिवक्ता भाई जैसे ही सिरसी स्थित अपने घर पहुंचे, तभी वहां पहले से घात लगाए बैठे आरोपी भाई ने पिस्तौल निकालकर निशाना साधा और सीने में गोली दाग दी। गोली लगते ही अधिवक्ता जमीन पर लहूलुहान होकर गिर पड़े। आसपास मौजूद परिजनों और ग्रामीणों में अफरा-तफरी मच गई। परिजन उन्हें आनन-फानन में जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
वारदात के बाद फरार आरोपी, पुलिस ने शुरू की तलाश
हत्या की सूचना मिलते ही सदर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का निरीक्षण किया। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पुलिस ने आरोपी रिटायर्ड दरोगा की गिरफ्तारी के लिए कई स्थानों पर दबिश शुरू कर दी है। हालांकि वारदात के बाद से ही आरोपी फरार है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पुराना जमीनी विवाद था दुश्मनी की जड़
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि दोनों भाइयों के बीच लंबे समय से पुश्तैनी जमीन के बंटवारे को लेकर विवाद चला आ रहा था। पंचायत स्तर पर कई बार बैठकों के बावजूद कोई समाधान नहीं निकल पाया। दोनों भाई कई वर्षों से अलग रहते थे, लेकिन अदालत में मामला लंबित रहने और आपसी खींचतान ने रिश्तों में इतनी गहरी खटास पैदा कर दी कि बात खून-खराबे तक पहुंच गई।
ग्रामीणों में दहशत, पूरे इलाके में सन्नाटा
इस घटना से सिरसी गांव और आसपास के क्षेत्र में दहशत फैल गई है। ग्रामीण दबी जुबान से चर्चा कर रहे हैं कि "जब खून का रिश्ता दुश्मनी में बदल जाए तो उसका अंजाम कितना खौफनाक होता है।" मृतक अधिवक्ता का गांव और इलाके में अच्छा-खासा प्रभाव था। उनकी मौत से ग्रामीण शोक और आक्रोश में हैं। वहीं, आरोपी रिटायर्ड दरोगा का भी पुलिस सेवा में रहते हुए दबदबा रहा था।
खून के रिश्ते में दुश्मनी की मिसाल
यह घटना सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि रिश्तों में अविश्वास और जमीन-जायदाद की लड़ाई का भयावह उदाहरण है। जिस भाई ने बचपन से लेकर बुढ़ापे तक साथ निभाने की उम्मीद थी, उसी ने रिश्तों को तोड़कर खून बहा दिया। ग्रामीण कहते हैं कि "पैसा और जमीन इंसान को अंधा कर देती है। रिश्तों की अहमियत जब खत्म हो जाए तो इंसान खून तक करने से नहीं हिचकिचाता।"
प्रशासन सतर्क, पुलिस की पैनी नजर
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे और जांच-पड़ताल की। गांव में तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है। अधिकारियों ने साफ किया है कि किसी भी कीमत पर आरोपी को छोड़ा नहीं जाएगा और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जाएगा।
अधिवक्ता समाज में आक्रोश
अधिवक्ता की हत्या की खबर मिलते ही जिला न्यायालय परिसर में भी आक्रोश फैल गया। कई अधिवक्ता न्यायालय से निकलकर जिला अस्पताल पहुंचे और आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की। उनका कहना है कि अधिवक्ता समाज पर लगातार हमले बढ़ रहे हैं, जो चिंता का विषय है। यदि दोषी को शीघ्र गिरफ्तार नहीं किया गया तो आंदोलन किया जाएगा।
खौफनाक सबक
सिरसी गांव की यह दर्दनाक घटना आने वाली पीढ़ियों के लिए भी सबक है कि पारिवारिक विवादों को समय रहते सुलझाना कितना जरूरी है। अगर विवाद अदालत और पुलिस की दहलीज तक पहुंच जाए, तो न सिर्फ रिश्तों का ताना-बाना टूटता है, बल्कि परिवार की इज्जत और शांति भी मिट्टी में मिल जाती है।
चंदौली जिले में हुई यह सनसनीखेज वारदात इस बात का जीवंत उदाहरण है कि जब खून का रिश्ता दुश्मनी में बदल जाए, तो उसका अंत कितना खतरनाक होता है। एक ओर अधिवक्ता भाई की असमय मौत से परिवार और समाज शोक में डूबा है, तो दूसरी ओर आरोपी रिटायर्ड दरोगा का फरार होना कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती बना हुआ है। पुलिस की गिरफ्तारी और आगे की कार्रवाई पर अब पूरे जिले की नजरें टिकी हुई हैं।



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