मनरेगा योजना खुलेआम हो रही है धांधली एक ही तरह का फोटोज दिखाकर किया जा रहा है कार्य, असली मनरेगा मजदूरों के हक पर फर्जी मनरेगा मजदुर कर रहे है कार्य
शहाबगंज(मीडिया टाइम्स)। भले ही केंद्र सरकार के द्वारा जहां ग्रामीण क्षेत्रों मे गांवो के लोगों को सुगमतापुर्वक गांवो मे घर बैठे आसानी से रोजगार उपलब्ध कराने को लेकर मनरेगा जैसी महात्वाकांक्षी महत्वपुर्ण योजनाओं को संचालित करते हुए मनरेगा योजना से गांवो के लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने को लेकर करोड़ों रुपए सरकार के द्वारा खर्च किया जा रहा है।
जिसका प्रमुख उद्देश्य था की गांवो मे बैठे श्रमिकों मजदुरो को रोजगार के लिए गांव से छोडकर शहरो की तरफ पलायन ना करना पडे और आसानी से ही गांव मे रोजगार उपलब्ध हो सके वही सरकार की महत्वाकांक्षी मनरेगा योजना से गांवो मे ग्रामीणों मे पुरुषों महिलाओं को आसानी से रोजगार भी उपलब्ध हो जा रहा है लेकिन मनरेगा योजना मे सरकारी सिस्टम की मिलीभगत और मनरेगा योजना मे मोटे कमीशन के चलते मनरेगा योजना मे लगातार पार्दर्शिता खत्म होती जा रही है और खुलेआम मनरेगा योजना मे बडे पैमाने पर फर्जी मजदुरों की हाजिरी लगाकर सरकारी पैसों का दुरुपयोग किया जा रहा है।
जिससे मनरेगा योजना अवैध कमाई का प्रमुख जरिया बन गयी है और खुलेआम असली मनरेगा मजदुरों के हक पर फर्जी मनरेगा मजदुर कागजो मे कार्य कर फर्जी तरीका से पैसा निकाल ले रहे है और सरकारी पैसों का जमकर दुरुपयोग हो रहा है।
आपको बताते चले की पुरा मामला शहाबगंज ब्लाक के मुबारपुर गांव का है जहां क्षेत्र पंचायत सदस्य के द्वारा गांव मे मनरेगा योजना के तहत लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने को लेकर बिभिन्न साइडो पर मनरेगा के तहत कार्य चल रहा है।
वही गांव के ग्रामीणों ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया की गांव मे मनरेगा के तहत विभिन्न साइडो मे ग्राम पंचायत व क्षेत्र पंचायत के द्वारा टोटल अलग अलग साइडो पर 234 मनरेगा मजदुर कार्य कर रहे है, लेकिन ग्रामीणों ने बताया की क्षेत्र पंचायत सदस्य के द्वारा कराये जा रहे कार्य मे धरातल पर फर्जी तरीका से एक ही तरह फोटोज दिखाकर व पुराना फोटोज दिखाकर कोरमपुर्ती करते हुए धरातल पर बेहद कम ही मनरेगा मजदुर उपलब्ध रहते है तथा बिभिन्न साइडो मे लगभग एक ही समान फोटोज दिखाकर mmns किया जा रहा है तथा खुलेआम बडे पैमाने पर मनरेगा योजना मे धांधली हो रही है तथा असली मनरेगा मजदुरो के हक पर फर्जी मनरेगा मजदुर सरकारी पैसा हजम कर जाएंगे वही।
सुत्रो के अनुसार मनरेगा योजना मे बडे पैमाने पर धांधली व फर्जी कार्य कराने को लेकर ब्लाक के अधिकारियों के संरक्षण मे ही मनरेगा योजना का कार्य चलता है और सभी अधिकारियों को मनरेगा के तहत हो रहे कच्चे कार्य मे भी कमीशन मिल जाती है जिससे खुलेआम मनरेगा मे धांधली होती है वही मनरेगा योजना मे धांधली की जानकारी उच्चाधिकारियों तक है।
वही मनरेगा योजना मे धांधली की ग्रामीणों की शिकायत के बाद भी बस कोरमपुर्ती की जाती है और मामला ठंडे बस्ते मे डाल दिया जाता है।
ग्रामीणों की माने तो गांव मे हुए मनरेगा योजना मे पारदर्शिता से जांच हो तो क्षेत्र पंचायत सदस्य के द्वारा कराये जा रहे कार्य मे बडे पैमाने पर धांधली सामने आयेगी और सरकारी पैसों की रिकवरी होगी बडा सवाल है आखिर मनरेगा योजना मे कब तक सरकारी पैसो का यु ही बंदरबांट होता रहेगा या भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी बडा सवाल है।

















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