चकिया ब्लॉक में मनरेगा घोटाला : चितौरी ग्राम सभा में 181 मजदूर सिर्फ कागजों पर, मौके पर नाममात्र
चकिया (चंदौली)। चकिया ब्लॉक के अंतर्गत चितौरी ग्राम सभा में मनरेगा योजना में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आ रहा है। सरकारी रिकॉर्ड में 181 मजदूरों के नाम दर्ज हैं, जिनके नाम पर लाखों रुपये का भुगतान किया जा रहा है, लेकिन मौके पर कार्यस्थल पर गिनती के मजदूर ही दिख रहे हैं।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि फर्जी मस्टर रोल तैयार कर अधिकारियों और ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों की मिलीभगत से सरकारी धन की खुली लूट हो रही है। गांव के ही लोगों ने बताया कि मजदूरों का नाम मस्टर रोल में दर्ज कर वेतन निकाल लिया जाता है, जबकि ज़्यादातर लोग घरों में बैठे रहते हैं या उन्हें इस योजना की जानकारी तक नहीं होती।
ग्रामीणों का सवाल है — जब मौके पर मजदूर नहीं, तो आखिर मस्टर रोल में हाजिरी किस आधार पर भरी जा रही है? कौन अधिकारी इस भ्रष्टाचार पर आंखें मूंदे हुए हैं?
कई बार की गई शिकायतें बेअसर
ग्रामीणों ने बताया कि इस घोटाले को लेकर कई बार उच्च अधिकारियों तक शिकायतें पहुंचाई गईं, लेकिन न तो किसी अधिकारी ने जांच की, न ही कोई कार्रवाई हुई। इससे साफ जाहिर होता है कि ब्लॉक स्तर पर भी भ्रष्टाचार को संरक्षण मिल रहा है।
प्रशासन मौन, जिम्मेदार बेफिक्र
चकिया ब्लॉक के जिम्मेदार अधिकारियों की चुप्पी कई सवाल खड़े कर रही है। आखिर किसके संरक्षण में इतना बड़ा घोटाला बेखौफ होकर चल रहा है?
जिम्मेदार अधिकारियों की चुप्पी, भ्रष्टाचार को मिल रहा संरक्षण
चकिया ब्लॉक के जिम्मेदार अधिकारी पूरे मामले में मौन साधे हुए हैं। ग्रामीणों द्वारा कई बार शिकायतें की गईं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। चर्चा है कि ब्लॉक के बड़े अधिकारियों की शह पर यह फर्जीवाड़ा वर्षों से चल रहा है। मजदूरों के नाम पर लाखों का सरकारी पैसा बंदरबांट कर लिया जाता है और गरीब मजदूरों को उनके हक का एक रुपया भी नहीं मिल पाता।
ग्रामीणों की मांग — जांच हो, दोषियों पर कार्रवाई हो
चितौरी ग्राम सभा के ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर फर्जी मस्टर रोल बनाने वालों और भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही वास्तविक मजदूरों को उनका हक मिलना सुनिश्चित किया जाए।
















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