बगैर जेई की मौजूदगी में हो रहा नाली निर्माण, नगर पंचायत चकिया में भ्रष्टाचार की खुली बानगी
चकिया। नगर पंचायत चकिया में इन दिनों मानकों को ताक पर रखकर नाली का निर्माण कार्य किया जा रहा है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस कार्य में संबंधित जूनियर इंजीनियर (जेई) की कोई निगरानी नहीं है। न तो वे मौके पर नजर आते हैं और न ही फोन करने पर जवाब देते हैं। इससे साफ जाहिर होता है कि निर्माण कार्य में लापरवाही और भ्रष्टाचार की मिलीभगत है।
स्थानीय नागरिकों ने बताया कि नाली निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार निर्धारित मापदंडों से कम गहराई की नाली बनाई जा रही है। निर्माण स्थल पर न तो बोर्ड लगा है, जिससे योजना की जानकारी मिल सके, और न ही कोई तकनीकी कर्मचारी मौजूद रहता है।
जब स्थानीय लोगों ने इसकी शिकायत संबंधित जेई से करनी चाही तो उनका मोबाइल फोन नाट रिचीबल मिला या उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया। इससे यह संदेह और गहराता है कि निर्माण कार्य की अनदेखी जानबूझकर की जा रही है।
यह पूरा मामला नगर पंचायत प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़ा करता है। क्या विकास कार्यों की निगरानी सिर्फ कागजों पर ही हो रही है? जनता के पैसों से हो रहे इन निर्माण कार्यों में पारदर्शिता और गुणवत्ता की जिम्मेदारी कौन लेगा?
स्थानीय लोगों ने उच्च अधिकारियों से जांच कराने की मांग की है ताकि दोषियों पर कार्रवाई हो सके और भविष्य में ऐसी लापरवाही न हो। यदि समय रहते कार्रवाई नहीं की गई, तो यह मामला बड़े घोटाले का रूप ले सकता है।







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