भीखमपुर ग्राम पंचायत में मनरेगा में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार, कागजों पर 640 मजदूर, मौके पर केवल नाममात्र
भीखमपुर(मीडिया टाइम्स)। चन्दौली जनपद के चकिया क्षेत्र के भीखमपुर में भ्रष्टाचार मनरेगा में लाखों का ।
ग्राम पंचायत में मनरेगा योजना में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार उजागर हो रहा है। सरकारी दस्तावेजों में 640 मजदूरों की उपस्थिति दर्ज दिखाई जा रही है, जबकि कार्यस्थल पर वास्तविकता कुछ और ही है। मौके पर केवल कुछ ही मजदूरों से कार्य कराया जा रहा है, बाकी मजदूर केवल कागजों में दर्ज हैं।
स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम पंचायत सचिव और रोजगार सेवक की मिलीभगत से इस पूरे भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है। फर्जी हाजिरी लगाकर लाखों रुपये का भुगतान निकाल लिया गया है, जिससे सरकारी धन की खुली लूट हो रही है। इस घोटाले में न केवल फर्जी मजदूरों की हाजिरी लगाई जा रही है, बल्कि घटिया गुणवत्ता का कार्य भी कराया जा रहा है।
ग्रामीणों द्वारा बार-बार शिकायत करने के बावजूद अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। जांच के नाम पर केवल खानापूरी की जा रही है। ऐसी स्थिति में मनरेगा जैसी महत्वपूर्ण योजना, जिसका उद्देश्य ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध कराना है, भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती नजर आ रही है।
अगर समय रहते जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई नहीं की गई, तो यह भ्रष्टाचार और अधिक बढ़ता चला जाएगा। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि उच्च स्तरीय टीम बनाकर पूरे प्रकरण की जांच की जाए तथा दोषी भीखमपुर के पंचायत सचिव और रोजगार सेवक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।




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