चकिया क्षेत्र के ग्राम पंचायत बोदलपुर में मनरेगा में बड़ा भ्रष्टाचार, कागजों में 280 लेबर, मौके पर गिनती के मजदूर
चकिया(मीडिया टाइम्स)। क्षेत्र के ग्राम पंचायत बोदलपुर में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के अंतर्गत हो रहे कार्यों में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार सामने आया है। सरकारी दस्तावेजों में 280 मजदूरों को कार्यरत दिखाया गया है, जबकि मौके पर बेहद कम संख्या में ही मजदूर दिखाई दिए। यह साफ तौर पर दर्शाता है कि फर्जीवाड़ा कर सरकारी धन की जमकर लूट की जा रही है।
स्थानीय ग्रामीणों की मानें तो मनरेगा के तहत चल रहे विकास कार्यों में गुणवत्ता की भारी अनदेखी हो रही है। मजदूरों की उपस्थिति रजिस्टर में फर्जी तरीके से दर्ज कर लाखों रुपये का भुगतान कर लिया गया, जबकि हकीकत में न तो इतने मजदूर कार्यरत थे और न ही कार्य की गति या गुणवत्ता वैसी थी जैसी कि कागजों में दर्शाई जा रही है।
सूत्रों की माने तो इस भ्रष्टाचार में ग्राम पंचायत सचिव और क्षेत्र पंचायत अधिकारी की मिलीभगत है। ग्रामीणों द्वारा कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई, जिससे भ्रष्टाचारियों के हौसले बुलंद हैं।
इस पूरे प्रकरण से मनरेगा जैसी जनहितकारी योजना की साख पर सवाल खड़े हो रहे हैं। जरूरत है कि संबंधित अधिकारियों की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि सरकारी योजनाओं का लाभ सही पात्रों तक पहुंचे और जनता का विश्वास बना रहे।











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