चकिया ( मीडिया टाइम्स )। घोरावल सोनभद्र स्थानीय तहसील में स्थित शिवद्वार धाम मामले में
तथाकथित पुजारियों द्वारा सोसल मीडिया पर बयान दिया गया है। जिस बयान के खंडन में ग्राम पंचायत पदाधिकारी सूर्यकांत दुबे ग्राम पंचायत निर्माण कार्य समिति का अध्यक्ष ने तथाकथित पुजारियों के बयान को बिल्कुल गलत बताते हुए अपने बयान में कहा गया कि सरकारी फंड से बने यज्ञशाला का निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद सक्षम अधिकारी द्वारा यज्ञशाला का देखरेख प्रबंधन आदि का कामकाज ग्राम सभा को सौपा गया है। जिसके क्रम में मेरे द्वारा उसका रख रखाव देखरेख नियमित रूप से किया जाता हैं शाम को उसको बंद कर सुबह खोल दिया जाता हैं।
मेरे संज्ञान में सोसल मीडिया द्वारा मामला सामने आया कि तत्कथित पुजारियों द्वारा आरोप लगाते हुए यज्ञशाला में ताला बंद करने का बयान दिया जा रहा हैं। यह बिल्कुल भ्रामक, तथ्यहीन, बेबुनियाद आरोप है इससे शिवद्वार धाम कि छवि धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा हैं। जिसकी जांच कराकर आवश्यक कार्यवाही करना अति आवश्यक हैं। जबकि सत्यता तो ये है कि कथाकथिक पुजारी स्वयं मंदिर पर अपना मालिकाना हक रख रहे हैं और नजायज पारिवारिक गोल बनाकर आए दिन भक्तो से कथा, मुंडन,विवाह आदि कार्यक्रमों के नाम पर अवैध वसूली करके मिल बांटकर हरण कर रहे हैं। विधायक निधि से बने धर्मशाला में भी तथाकथित पुजारी धर्मशाला के प्रारूप में परिवर्तन कर एक कमरा बनवाकर स्वयं उपयोग करते हैं। जो भी मंदिर कि संपत्ति है उसपर फर्जी फ्राड से जिला प्रशासन को धोखा देकर अपने नाम कराए बैठे हैं।
कुछ दिन पहले मंदिर समिति और व्यवस्थापक द्वारा मंदिर पर कर रहे तथाकथित पुजारियों के अनिमिततावो का शिकायत प्रशासन द्वारा किए जाने पर नाराज होकर मनमानी बयान बाजी कर रहे हैं उक्त प्रकरण में वस्तृत जांच कि विधिक प्रक्रिया भी आयुक्त विंध्याचल मंडल, जिलाधिकारी महोदय सोनभद्र, पुलिस अधीक्षक सोनभद्र द्वारा प्रारंभ भी कि जा चुकी हैं तत्कथित पुजारियों द्वारा सोसल मीडिया पर भ्रामक, मनमानी, तथ्यहीन बयान से शिवद्वार मन्दिर से जुड़े भक्तो के आस्था के साथ खेलवाड़ करते हुए मंदिर प्रांगण कि छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा हैं प्रकरण के गंभीरता पूर्वक विचार करते हुए प्रशासन से मेरा मांग है कि वैधानिक करवाही किया जाए।




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