जुलूस निकालकर मनाया गया डॉक्टर भीमरावअबेडकर का परिनिर्वाण दिवस
इलिया। डॉ भीमराव अंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर शुक्रवार की देर शाम मशाल जुलूस निकाला गया। मसाल जुलूस बौद्ध मंदिर सैदूपुर से चलकर पूरे कस्बे में होता हुआ सरैया, बसाढी तक पहुंचा।
इस दौरान बौद्ध मंदिर पर हुई श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए पूर्व प्रधानाचार्य लालजी प्रसाद ने कहा कि डॉ भीमराव अंबेडकर एक महान विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री और समाज सुधारक थे।
संविधान के शिल्पकार और स्वतंत्र भारत के पहले विधि एवं न्याय मंत्री रहे।
उन्होंने समाज में पहले सामाजिक भेदभाव और समानता के खिलाफ आजीवन संघर्ष किया। वह शोषित, वंचित तथा महिलाओं के अधिकारों के पैरोकार थे। और देश से छुआछूत हटाने का उन्होंने काफी प्रयास किया।
आज उनके बनाए संविधान के चलते ही शोषित, वंचित तथा पिछड़े समाज के लोगों को उनका अधिकार मिल रहा है।
इस दौरान डॉक्टर बुद्ध प्रताप मौर्य, मनगोई बौद्ध, ओम चंद्र प्रकाश,बलवंत, सनी कुमार, नंदलाल सहित भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे
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