जागरूक बनने के लिए सक्षम बनाता है अर्थो -बिंदू सिंह - Media Times

Breaking News

 नमस्कार   मीडिया टाइम्स में आपका स्वागत है Media Times

ad

 


Sunday, February 21, 2021

जागरूक बनने के लिए सक्षम बनाता है अर्थो -बिंदू सिंह

  




बीए जागरिक प्रोजेक्ट के द्वितीय चरण में जागरिको की जमघट,  विभिन्न बिंदुओं की गई चर्चाएं, जागरिकों ने पिछले कार्यों का संस्थान के साथ किया साझा 

शिकारगंज /चंदौली । लोक मीडिया ।यूएनएफपीए, आरईसी फाउंडेशन, कम्युटिनी -द यूथ कलेक्टिव और यह एक सोच फाउंडेशन अपने साथी संस्थाओं के साथ ‘बी ए जागरिक’  प्रोजेक्ट के द्वितीय  चरण  रविवार को विकास खंड  चकिया  के जागेश्वरनाथ( हेतिमपुर) आश्रम सभागार  में युवाओं के साथ एक गोष्ठी का  आयोजन किया गया। 


वहीं  ग्राम्या संस्थान की निदेशक बिन्दु सिंह ने पिछले बैठकों व कार्यो की समीक्षा की जागरिको द्वारा किये सभी कार्यों को साझा किया गया। तत्पश्चात  उन्होंने कहा कि इन युवाओं की शक्ति को पोषण और पोषित करने की  क्षमता बहुत ही अच्छा रहा है । जितनी आज महामारी की चपेट में आई बदलती दुनिया में महसूस हो रही है। युवा इन परिवर्तनों के प्रति अधिक संवेदनशील हैं। 

समान्य  रूप से महत्वपूर्ण बात यह है कि उनके पास अपने समुदायों के लिए बेहतर जीवन विकल्पों तक पहुंचने का आदर्शवाद, ऊर्जा और संसाधन भी मौजूद है। जो आज, युवाओं के बीच नेतृत्व का निर्माण करने के उद्देश्य से ‘जागरुक नागरिक बनिए’ यह   का द्वितीय  चरण एक पहल है।  जो सही अर्थों में उन्हें जबरदस्त जागरुक (शाब्दिक रूप से जागृत, जागरुक और सक्रिय नागरिक) बनने के लिए सक्षम बनाता है। अभी भी जो बालक बालिका एवं महिला पुरुष में गैर बराबरी है जिसके फलस्वरूप  लड़कियों को उचित पोषण शिक्षा नहीं मिल पा रहा है ।प्रजनन स्वास्थ्य की सेवाएं उचित रूप से नहीं मिल पा रही है, इसके लिए सभी जागरिक को आगे आकर जागरूक होना पड़ेगा। 

वही  नीतू सिंह ने  माहवारी स्वच्छता प्रबंधन पर युवाओं को जानकारी देते हुए  कहा कि माहवारी एक नेचुरल प्रक्रिया है जो हर लड़की को एक समय के बाद प्रारंभ होती है । इस अवस्था में हर लड़की व महिला को साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना होगा और कोई भी लड़की या महिला पैड या कपड़ा का इस्तेमाल


करती है तो उसे समय-समय पर बदलना जरूरी होगा, जो महिलाएं इस दौरान कपड़े का इस्तेमाल करती हैं उसे अच्छी तरह से धोकर धूप में सुखाने के बाद ही दोबारा इस्तेमाल करना चाहिए।  क्योंकि इस दौरान संक्रमण के खतरे बहुत ज्यादा होते हैं जो आगे चलकर बहुत बड़ी स्वास्थ्य सम्बंधित समस्या हो सकती है।

कार्यक्रम में उपस्थित कई गांवों के जागरिको ने  बताया कि बोदलपुर, करवदिया गनेशपुर शिकारगंज हेतिमपुर  बलिया सहित गांवो में जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जहां  प्रत्येक युवा को जागृत बनाने और प्रत्येक क्षेत्र में जागरुकता बढ़ाने में सक्षम बनाना है। इन युवाओं के साथ बालिका शिक्षा, माहवारी, जेडरगत भेदभाव एवं स्वास्थ्य के मुद्दों के प्रति जागरूक किया जा रहा है। 

इस  दौरान प्रीतम, आशा, मनीषा, अखिलेश, विशाल,  धुव्र, अंजनी, संजना, दीपा, दिव्या, चित्रा, इसके अलावा सी वाई सी  दिल्ली से अरीबा व लोकाशीस, यह एक सोच लखनऊ से जीशान ,रचिता ग्राम्या संस्थान से सुरेन्द्र, शिवानन्द, बृजेश और अंजू सहित कई जागरीक युवा मौजूद रहे ।

No comments:

Post a Comment

Post Top Ad