वाराणसी- 28 अगस्त का वह दिन जब दोहरे हत्याकांड से पूरा बनारस से सहम उठा था।और पुलिसया सुरक्षा पर सवालिया निशान खड़े होना शुरू हो गए थे। चौकाघाट चौकी से महज कुछ ही दूर बाइक सवार दो बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुए 3 लोगों के ऊपर गोलियां चलाई थी जिसमें 2 लोगों की मौत हो गई थी। जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया था। मरने वालों में एक ट्राली चालक वह दूसरा व्यक्ति अभिषेक सिंह उर्फ प्रिंस था। बाइक सवार बदमाशों ने अभिषेक सिंह उर्फ प्रिंस को अपना लक्ष्य बनाते हुए फायरिंग किया था परंतु दो और लोग बीच में आ जाते है. फायरिंग के दौरान गोली लग जाती है।जिसमें एक व्यक्ति जो ट्राली चालक था उसकी मौके पर ही मौत जाती जबकि अभिषेक सिंह उर्फ प्रिंस व एक अन्य व्यक्ति को निजी चिकित्सालय ले जाया जाता है .जहां उपचार के दौरान अभिषेक सिंह उर्फ प्रिंस की मौत हो जाती है।
*अब तक तीन गिरफ्तार, दो ने किया आत्मसमर्पण*
जैतपुरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत चौकाघाट में 28 अगस्त को हुए दोहरे हत्याकांड का खुलासा लगातार हो रहा है, इस घटना में शामिल मुख्य अभियुक्त विवेक सिंग उर्फ कट्टा ने जौनपुर कोर्ट में अपने आप को आत्मसमर्पण कर दिया था।इसके बाद वाराणसी पुलिस ने जौनपुर पहुंचकर हुए अपनी खट्टा को बुलाती न्यायालय में पेश करते हुए 14 दिनों के न्यायिक सुरक्षा में जेल भेज दिया था।
*तीन अभियुक्तों की गिरफ्तारी के बाद एसपी सिटी ने किया था खुलासा*
बताते चलें कि इस घटना में शामिल सभी अभियुक्तों को पकड़ने के लिए दो टीमों का गठन किया गया था जिसमें जैतपुरा थाने की पुलिस और एसटीएफ शामिल है.लगातार दोहरा हत्याकांड का खुलासा करने के लिए अभियुक्तों की धरपकड़ भी की जा रही है। हत्या में शामिल तीन और अभियुक्त नवीन सिंह उर्फ आयुष, शाश्वत सिंह उर्फ गोलू, प्रभाकर उपाध्याय जैतपुरा थाने की पुलिस और एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किया गया था. जिसका 17 सितंबर को एसपी सिटी विकास चंद्र त्रिपाठी ने पुलिस लाइन सभागार में खुलासा किया था।
हेमंत सिंह को करने पहुंचे गिरफ्तार, झेलना पड़ा अधिवक्ताओं का विरोध, खाली हाथ वापस लौटी पुलिस
इस घटना में शामिल एक और अभियुक्त हेमंत सिंह प्राची न्यायालय में आत्मसमर्पण किया।अधिवक्ता अनुज यादव ने हेमंत सिंह को सीजेएम कोर्ट में पेश किया। जहां से उन्हें 14 दिन के न्याययिक सुरक्षा में क्वॉरेंटाइन सेंटर भेज दिया गया। अधिवक्ता ने यादव ने बताया कि चौकाघाट दोहरे हत्याकांड में पुलिस द्वारा हेमंत सिंह को जबरन फंसाया गया है और उसके ऊपर 25000 का इनाम भी घोषित कर दिया गया था। हेमंत सिंह ने न्यायालय का सम्मान करते हुए अपने आप को आत्मसमर्पण किया जहां से उन्हें सीजीएम कोर्ट में पेश करते थे मजिस्ट्रेट द्वारा सुनाए गए फैसले के आधार पर 14 दिनों के लिए न्यायिक सुरक्षा में क्वारिंटीन सेंटर भेज दिया गया।। हालांकि हेमंत सिंह के आत्मसमर्पण की सूचना वाराणसी पुलिस को मिली तो वाराणसी पुलिस ने कचहरी में पहुंचकर हेमंत सिंह को गिरफ्तार करने की कोशिश की हालांकि अधिवक्ताओं का विरोध देखते हुए पुलिस को दबे पांव वापस लौटना पड़ा।


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