चंदौली । राष्ट्र सृजन अभियान के स्वप्नद्रष्टा महान स्वतंत्रता सेनानी, क्रांतिकारी, समाजसेवी बाबू रामविलास सिंह के 26 वीं पुण्य तिथि के अवसर पर आज दिनांक 07 सितम्बर 2020 को राष्ट्र सृजन अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ पीके सिन्हा ने सृजन बुक ऑफ रिकॉर्ड अंतरराष्ट्रीय सम्मान से देश के विलक्षण प्रतिभाओं जिनमें कला, साहित्य, समाज सेवा, प्रकृति संरक्षण, विज्ञान, तकनीक, आध्यात्मिक, वैदिक , धार्मिक प्रबंधन, शोध के सेवा में लगे लोगों को सम्मानित किया गया। इसमें गोवा की पूर्व राज्यपाल श्रीमती मृदुला सिन्हा, अंतर्राष्ट्रीय आध्यात्मिक गुरु रमेश भाई ओझा (भाईश्री), समाजसेवी श्री ललितेश्वर कुमार, पर्यावरणविद डॉ परशुराम सिंह, राँची विश्वविद्यालय के हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ जंग बहादुर पांडेय, ऑथर एवं कॉर्पोरेट ट्रेनर डॉ उमेश शर्मा, लवली विश्विद्यालय जालंधर के आर्किटेक्ट विभागाध्यक्ष प्रो. Ar नागेंद्र नारायण, प्रिंसिपल आर्किटेक्ट चंडीगढ़ Ar शिवदत्त शर्मा, डॉ भरत सिंह विभागाध्यक्ष मगही मगध विश्वविद्यालय जैसे गणमान्य विभूतियों को सृजन बुक ऑफ रिकॉर्ड के अंतरराष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित किया गया । साथ ही आज बाबू रामविलास सिंह की याद में देश के विद्वजनों के आलेख को संकलित कर *रामविलास स्मृति तर्पण* का प्रकाशन भी हुआ।
चंदौली । राष्ट्र सृजन अभियान के स्वप्नद्रष्टा महान स्वतंत्रता सेनानी, क्रांतिकारी, समाजसेवी बाबू रामविलास सिंह के 26 वीं पुण्य तिथि के अवसर पर आज दिनांक 07 सितम्बर 2020 को राष्ट्र सृजन अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ पीके सिन्हा ने सृजन बुक ऑफ रिकॉर्ड अंतरराष्ट्रीय सम्मान से देश के विलक्षण प्रतिभाओं जिनमें कला, साहित्य, समाज सेवा, प्रकृति संरक्षण, विज्ञान, तकनीक, आध्यात्मिक, वैदिक , धार्मिक प्रबंधन, शोध के सेवा में लगे लोगों को सम्मानित किया गया। इसमें गोवा की पूर्व राज्यपाल श्रीमती मृदुला सिन्हा, अंतर्राष्ट्रीय आध्यात्मिक गुरु रमेश भाई ओझा (भाईश्री), समाजसेवी श्री ललितेश्वर कुमार, पर्यावरणविद डॉ परशुराम सिंह, राँची विश्वविद्यालय के हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ जंग बहादुर पांडेय, ऑथर एवं कॉर्पोरेट ट्रेनर डॉ उमेश शर्मा, लवली विश्विद्यालय जालंधर के आर्किटेक्ट विभागाध्यक्ष प्रो. Ar नागेंद्र नारायण, प्रिंसिपल आर्किटेक्ट चंडीगढ़ Ar शिवदत्त शर्मा, डॉ भरत सिंह विभागाध्यक्ष मगही मगध विश्वविद्यालय जैसे गणमान्य विभूतियों को सृजन बुक ऑफ रिकॉर्ड के अंतरराष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित किया गया । साथ ही आज बाबू रामविलास सिंह की याद में देश के विद्वजनों के आलेख को संकलित कर *रामविलास स्मृति तर्पण* का प्रकाशन भी हुआ।



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