जन सूचना के तहत जानकारी मिलने पर बनेगी आगे की रणनीति
चन्दौली / 9 जून, सफाई कर्मचारियों को वैश्विक महामारी के समय जब देश मे कोरोना योद्धा कह कर फूल बरसाये जा रहें हो! जब पुरी लगन से दिन रात गाँव की साफ सफाई कर गाँव वासियों की जीवन की सूरक्षा में जब सफाई कर्मचारी लगें हो और सरकार भी कहतीं हैं कि जीवन बचाने के लिए हर किसी को रियायत (काम करने में छूट) दी जा सकती हैं तब अगर जथ्थे में सफाईकर्मी का बिना कोई नोटिस दिए निलंबित किया जायेगा तो सवाल उठेगी ही, जी हां हम बात कर रहें चकिया ब्लॉक के कई सफाई कर्मचारियों की विभागीय उत्पीड़न की! सब सफाई कर्मचारियों ने अपनी मेहनत व लगन से लगातार चकिया के तमाम गाँव में साफ सफाई कर इस वैश्विक महामारी कोरोना को फैलने से रोक दिया तो उस समय उनके ऊपर विभागीय उत्पीड़न में थौक के हिसाब से नियम कायदे को ताक पर रख निलंबन की कार्यवाही क्यों हुयी ! दूध की उजाले की तरह सब लोग जानते हैं कि बहुत से एम ए - बीए पास यहाँ तक कि पीएचडी तक को जब योग्यता के हिसाब से काम न मिला तो अच्छी खासी सुबिधा शूल्क देकर किसी तरह से सफाई कर्मचारी की नौकरी पाये हैं लेकिन यहाँ भी संकट कम नहीं हुआ हैं अगर आपने काम में कमी किया तो चल सकता हैं लेकिन विभागीय अधिकारियों की खुशामद में कमी किया तो काम में लापरवाही का नुकता निकाल कर आपके ऊपर उत्पीड़न की कार्यवाही हो जायेगी! चकिया ब्लॉक के कई सफाई कर्मचारियों का निलंबित करना इसका उदाहरण हैं! कई सफाई कर्मचारियों ने नाम न उजागर करने के शर्तों पर कहा कि आप कितना भी मेहनत से काम करें लेकिन ब्लॉक के विभागीय अधिकारी से लेकर जिला स्तर के भी अधिकारी तक को खुश करना होगा तमाम बिमारियों ( हार्ट किडनी की खराबी ) से जूझ रहे एक सफाई कर्मचारी को इसलिए निलंबित कर दिया गया कि वह ब्लॉक के प्रभारी अधिकारी की कुर्सी की सफाई ठीक से नहीं किया था! एक सफाई कर्मचारी जो अपने विभाग से लेकर हर काम में सही तरीके से योगदान मेहनत से करता है लेकिन विभाग के अधिकारी का खुशामद न करने पर कोपभाजन का शिकार होना पड़ रहा है जबकि गाँव से लेकर जिला के अधिकारी तक उसके मेहनत को लेकर उसको सबके सामने शाबाशी दे चूके हैं! कई सफाई कर्मचारी को नियम के हिसाब से निलंबित करने के पहले कोई नोटिस भी नहीं दिया गया हैं! सत्ता के गलियों तक सफाई कर्मचारी की सूधि नहीं लेने वाला कोई नहीं है! अगर किसी की पहुँच हैं और अनजाने में उसे निलंबित कर दिया गया है तो उस न सीधे सवैतनिक काम पर वापस बुला लिए जाएंगे और वही अन्य को वहाल होने के लिए जांच रिपोर्ट का इन्तजार करना होगा !दबी आवाज़ में ब्लॉक में यह चर्चा हैं कि निलंबन वापस कराने के लिए आपको सुविधा शुल्क भी देना हैं लेकिन हर कोई नाम उजागर न होने की शर्त पर बता रहा हैं इसलिए हम इस बात की तस्दीक नहीं कर रहें कि यह बात सही हैं लेकिन फिर भी हमनें जन सूचना अधिकार 2005 के तहत जिला पंचायत अधिकारी चन्दौली से यह जानकारी मांगे हैं कि अभी कितने सफाई कर्मचारी की किन आरोप में निलंबित किया गया हैं उनको निलंबित करने के पूर्व नौटिस दिया गया हैं और अभी तक कितने सफाई कर्मचारी की निलंबन वापस लिया हैं ! चकिया में एडीओ पंचायत प्रभारी की नियुक्ति में नियमों के पालन हुआ हैं कि नहीं! अभी तक यह सूचना नहीं मिला हैं! सूचना प्राप्त होने पर सफाई कर्मचारी के उत्पीड़न के खिलाफ आगे की रणनीति बनेगी!


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