भूख व बिमारी से रोजाना हो रही गौवंश की मौत, उठी जांच की मांग
चन्दौली / गाय को लेकर राजनीति करने में सरकार भले ही पिछे नही लेकर गौवंश केन्द्र पर जब भी बजट बढ़ाने की बात होती हैं तो यह सरकार मौन हो जाती हैं नतीजा यह हैं गौवंश की रक्षा व सुरक्षा दोनों खतरे में हैं और हर गौवंश केन्द्र पर पशुओं की मौत भूख व बिमारी से हो रहीं हैं उक्त बातें आज चकिया नगर पंचायत की देखरेख में ब्लॉक मुख्यालय के गौवंश केन्द्र सहित चकिया व नौगढ़ के तमाम गौवंश केन्द्र पर पशुओं की देखभाल व उनको दिए जा रहें चारें (भोजन) की जानकारी लेने के बाद स्वराज अभियान के नेता व मजदूर किसान मंच के प्रभारी अजय राय ने कहा!
उन्होंने कहा कि गौवंश केन्द्र का हाल वेहाल हैं! पशुओं की मौत संतुलित चारें व सही इलाज के अभाव में रोजाना हो रहा हैं! ज्यादातर आवारा व तश्करी में पकड़े गए पशु इन गौवंश केन्द्र पर रखे गये हैं इसलिए खुब तंदुरुस्त थे लेकिन सरकार द्वारा दिया जा रहा तीस रूपये प्रति जानवर की खुराक से इनको कोई संतुलित आहार नहीं मिल पा रहा हैं सुखी भूसी खाकर इनका शरीर जर्जर हो गया हैं बिमारियों के इलाज करने में भी कोताही बरती जा रहीं है इसलिए रोजाना हर गौवंश केन्द्र पर पशुओं की मौत हो रही हैं! गौवंश की सुरक्षा के लिए कानून बनाने, रक्षा की कसमें खाने से जमीनी हकीकत नहीं बदल जाती है गौशाला की तस्वीर व पशुओं की हालत देखकर हर कोई सिहर जायेगा रोजाना भूख कहें या बिमारी लेकिन हर गौवंश केन्द्र पर पशुओं की मौत हो रहीं है और अधमरे हालत में कउआ से लेकर कुत्ते तक तक शरीर को नोचने लगते हैं! बदहाली के लिए नगर पंचायत चकिया सहित वह विभाग जिनको इन पशुओं की देखभाल की जबाबदेही मिली हैं बह लोग बजट अभाव का रोना रोने लग रहें हैं! इन गौवंश केन्द्र में गौवंश तिल -तिल कर मर रहें हैं न सरकार का दिल पसीज रहा हैं और न पशु प्रेमियों का इसलिए आज इन गौवंश की दुर्दशा व बजट बढ़ाने को लेकर वही आदर्श नगर पंचायत चकिया सहित उन गौवंश केन्द्र की जबाबदेही में लगे लोगों को जिम्मेदार मानते हुए उनपर कार्यवाही करने हेतु मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश को पत्र लिखा गया है!


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