जन सेवा केंद्र और लाइनमैनों की साठगांठ बनी लूट का अड्डा — करमा ब्लॉक क्षेत्र में मचा हड़कंप, अधिकारी मौन
सोनभद्र। सरकार भले ही पारदर्शिता और ई-गवर्नेंस के नाम पर भ्रष्टाचार पर नकेल कसने की बात कर रही हो, लेकिन जमीनी हकीकत इससे बिल्कुल उलट नजर आती है। करमा ब्लॉक क्षेत्र के रानीतारा उपकेंद्र के अधीन पगिया नहर पर स्थित सहज जन सेवा केंद्र व बिजली विभाग के लाइनमैनों की साठगांठ से जनता की खुली लूट जारी है।
सूत्रों के अनुसार, लाइनमैन शंकर और अन्य कर्मचारियों ने अनन्या इलेक्ट्रॉनिक व सहज जन सेवा केंद्र संचालक चंद्रशेखर मौर्य के साथ मिलकर एक ठगी गिरोह का रूप ले लिया है। यहां आने वाला हर उपभोक्ता किसी न किसी रूप में लूट का शिकार बनता है।
पीड़ित उपभोक्ता महेश मौर्य उर्फ बुल्लू ने बताया कि उन्होंने 1 KVA कनेक्शन के लिए ₹7062 का भुगतान केंद्र संचालक को उसके क्यूआर कोड से किया, लेकिन आवेदन PUVVNL की साइट पर दर्ज नहीं किया गया। बाद में मात्र ₹1022 का भुगतान दिखाकर सरकारी स्मार्ट मीटर लगाने का फर्जी खेल रचा गया।
जब मीटर लगाने के बाद तार जोड़ने की बारी आई तो लाइनमैन शंकर ने 500 रुपये की रिश्वत मांगी, जो बातचीत के बाद ₹200 में तय हुई। यह पूरी बातचीत की ऑडियो रिकॉर्डिंग मौजूद है, जिसे रानीतारा के जेई अनिल कुमार को जांच हेतु भेजा गया है।
पीड़ित ने बताया कि उसने 2400 रुपये का केबल भी उधार लिया था, जिसका भुगतान अभी बाकी है। वहीं संचालक चंद्रशेखर मौर्य ने अपने बचाव में कहा कि “हमने उसके बेटे की शादी की वीडियोग्राफी की थी, उसी का पैसा काटा गया,” जबकि पीड़ित ने इसे सिरे से नकार दिया।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि ऐसी लूट कई वर्षों से जारी है और विभागीय अधिकारी जानबूझकर आंख मूंदे बैठे हैं।
अब देखना यह है कि क्या विभाग दोषियों पर निलंबन और मुकदमे की कार्रवाई करेगा या एक बार फिर भ्रष्टाचार पर चुप्पी साधे रहेगा।
मीडिया टाइम्स की अगली रिपोर्ट में — सामने आएंगे ऑडियो-वीडियो साक्ष्य और विभागीय जिम्मेदारों की भूमिका का पूरा सच।






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