देखिए वीडियो, कैसे पीटा जा रहा है खुलेआम मां-बेटी को,
पुलिस ने थाने से भगाया, SP से इंसाफ की गुहार
उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले से कानून-व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा करने वाली घटना सामने आई है। तहसील नौगढ़ क्षेत्र के कस्बा में दबंगों ने घर में घुसकर एक महिला और उसकी बेटी पर बेरहमी से लाठियां बरसाईं। इस निर्मम पिटाई का वीडियो वायरल हो चुका है। चौंकाने वाली बात यह है कि जब पीड़ित परिवार शिकायत लेकर थाने पहुंचा, तो थानेदार ने उनकी फरियाद सुनने के बजाय थाने से भगा दिया।
वीडियो में दिखा कानून की धज्जियां उड़ाता दृश्य .....
वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि राजेंद्र सेठ और उसके दो बेटे – भरत और भुवाल राजकुमार केसरी के घर में घुसकर उसकी पत्नी और बेटी काजल पर लाठियों से ताबड़तोड़ हमला कर रहे हैं। महिला और किशोरी की चीखें गूंज रही हैं, लेकिन आसपास के लोग खिड़कियां बंद कर तमाशबीन बने रहे।
यह कोई जंगल का दृश्य नहीं, कस्बा नौगढ़ है, जहाँ कानून के नाम पर डर नहीं, सिर्फ दबंगई का राज चलता दिख रहा है। जबकि यहां एसडीएम, सीओ, तहसीलदार, इंस्पेक्टर समेत अन्य अधिकारी बैठते हैं।
थाने में इंसाफ नहीं, मिली तिरस्कार की भाषा
पीड़ित राजकुमार केसरी जब पत्नी और बेटी को लेकर थाने पहुंचे, तो उन्हें उम्मीद थी कि पुलिस उनके साथ खड़ी होगी। लेकिन हुआ उल्टा — थानेदार ने उन्हें डांटकर भगा दिया। न FIR दर्ज हुई, न मेडिकल जांच। क्या यही है ‘जनता के सेवक’ कहलाने वाली पुलिस की संवेदनशीलता? क्या गरीब और कमजोर परिवारों की कोई सुनवाई नहीं?
SP कार्यालय पहुंचे पीड़ित, अब मांग रहे हैं सुरक्षा और न्याय
थाने से निराश होकर पीड़ित परिवार चंदौली पुलिस अधीक्षक के कार्यालय पहुंचा है। SP को दिए गए शिकायती पत्र में पीड़ित ने दबंगों की गिरफ्तारी और अपनी सुरक्षा की मांग की है। राजकुमार का कहना है कि अब उन्हें अपने परिवार की जान का खतरा है, क्योंकि दबंग अब उन्हें और अधिक धमकियां दे रहे हैं।
बड़े सवाल —
क्या यूपी पुलिस अब सिर्फ रसूख वालों की ही सुनती है?
खुलेआम महिला और किशोरी की पिटाई भी अगर एफआईआर लायक नहीं, तो क्या पिटना अब आम बात हो गई?
क्या वीडियो साक्ष्य होने के बावजूद दोषियों पर कार्रवाई नहीं होगी?
अब निगाहें पुलिस प्रशासन पर टिकी हैं – क्या होगा इंसाफ? या फिर चुप्पी और फाइलों में दबा दिया जाएगा यह मामला?
नौगढ़ थानाध्यक्ष रमेश यादव ने बताया कि दोनों पक्षों कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।






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