चंदौली - दिवाली आते ही जहां लोग अपनी शौख और ज़रूरतें पूरी करने में लग जाते हैं वही समाज का एक वर्ग इस सोच में रहता है कि घर में दिए कैसे जलाएंगे और साथ ही महिलाओं और बच्चियों में यह जिज्ञासा होती है - Media Times

Breaking News

 नमस्कार   मीडिया टाइम्स में आपका स्वागत है Media Times

ad

 


Sunday, October 27, 2024

चंदौली - दिवाली आते ही जहां लोग अपनी शौख और ज़रूरतें पूरी करने में लग जाते हैं वही समाज का एक वर्ग इस सोच में रहता है कि घर में दिए कैसे जलाएंगे और साथ ही महिलाओं और बच्चियों में यह जिज्ञासा होती है

इस दिवाली खुशियां बांटने का प्रयास कर रही है सारिका।


ये दिवाली खुशियों वाली। सारिका



खुशी की उड़ान संस्था ने 300 से ज्यादा महिलाओं को दिया खुशियों का सौगात।


चंदौली - दिवाली आते ही जहां लोग अपनी शौख और ज़रूरतें पूरी करने में लग जाते हैं वही समाज का एक वर्ग इस सोच में रहता है कि घर में दिए कैसे जलाएंगे और साथ ही महिलाओं और बच्चियों में यह जिज्ञासा होती है कि वह नए वस्त्र और आभूषण पहनकर सज धज कर मां लक्ष्मी के आगमन का इंतजार करें परंतु जिम्मेदारियां और अभाव उनके इस खुशियों पर पानी फेर देता है । ऐसे ही कुछ लोगों के मन की इस पीड़ा को दूर करने के लिए आगे आई चंदौली की एक उत्कृष्ट समाज सेविका सारिका दुबे।
उन्होंने चंदौली स्थित ग्राम धुस खास और  चंदौली के पिछड़े गांवों तथा कुछ ऐसे मरीज जो एचआईवी पीड़ित है जिनको लोग अछूत समझते हैं ऐसी महिलाओं को चिन्हित करके उनको दिवाली से पूर्व वस्त्र तथा जरूरत की कुछ सामग्रियां देकर अपनी तरफ से शुभकामनाएं भेंट की ताकि यह दिवाली उनकी खुशहाली भारी दिवाली बनी।
सारिका कहती हैं की इस देश में कोई भी पर्व तब तक पूर्ण नहीं है जब तक गरीब का बच्चा उन खुशियों से अछूता है वह कोशिश करती हैं कि जितना उनसे संभव हो सके वह इन लाचारों के चेहरे पर मुस्कान ला सके।
इस मौके पर सारिका दुबे का पूरा परिवार तथा खुशी की उड़ान संस्था ने बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया और इन लोगों तक सामान पहुंचाने में सहयोग किया कार्यक्रम में मुख्य रूप से श्रीधर दुबे,अन्नपूर्णा दुबे,कृतिका दुबे,रितिक कुमार , चितेश्वर सेठ,विशाल कुमार तथा अन्य सम्मिलित रहे।

No comments:

Post a Comment

Post Top Ad