प्राथमिक कम्पोजिट विद्यालय शहाबगंज में निर्माण कार्य में अनियमितताएँ
शहाबगंज, चंदौली। ग्राम पंचायत शहाबगंज के प्राथमिक कम्पोजिट विद्यालय के निर्माण कार्यों में अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के आरोप सामने आए हैं।
स्थानीय निवासी देवेश कुमार ने इस मामले को उजागर करते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं। देवेश कुमार के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2022-2023 में विद्यालय की बाउंड्री वाल के निर्माण के नाम पर ₹4,99,600 का भुगतान किया गया था। यह भुगतान ग्राम प्रधान रामजीत साहनी, पूर्व सचिव चन्द्रवली सिंह, और वर्तमान इंजीनियर गौरव त्रिपाठी द्वारा स्वीकृत किया गया था।
देवेश कुमार का आरोप है कि विद्यालय की पुरानी दीवार की केवल मरम्मत और प्लास्टर कराकर उस पर तारकसी करवाई गई, जबकि नए निर्माण का दावा किया गया था।
इस प्रक्रिया में लाखों रुपयों का गबन किया गया है। देवेश कुमार ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-2025 में भी पुनः ₹4,99,600 का उपयोग कर पुरानी मजबूत दीवार को तोड़कर आधी-अधूरी नई दीवार का निर्माण कराया गया और पुरानी दीवार की ईंटें ग्राम प्रधान रामजीत साहनी द्वारा ले ली गईं। जबकि दीवार को केवल मरम्मत और प्लास्टर की आवश्यकता थी। देवेश कुमार ने अपने दावे के समर्थन में दीवार की फोटोग्राफ भी संलग्न की है।
इस मामले को लेकर स्थानीय निवासियों में आक्रोश है और वे संबंधित अधिकारियों से इस मामले की जांच करने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। देवेश कुमार ने मांग की है कि दोषी इंजीनियर गौरव त्रिपाठी की सेवाएं तत्काल प्रभाव से बर्खास्त की जाएं और वर्तमान ग्राम प्रधान रामजीत साहनी से वसूली की कार्यवाही की जाए। उन्होंने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों को दंडित करने की भी मांग की है ताकि सरकारी धन का दुरुपयोग रोका जा सके।
इस प्रकरण ने शिक्षा व्यवस्था में हो रही अनियमितताओं और भ्रष्टाचार पर गंभीर प्रश्न खड़े कर दिए हैं।
अब देखना यह है कि संबंधित अधिकारी इस मामले में क्या कदम उठाते हैं और कैसे दोषियों को न्याय के कटघरे में खड़ा करते हैं।
जिलाधिकारी को दिए गए प्रार्थना पत्र के अनुसार, देवेश कुमार ने विद्यालय निर्माण में हुई अनियमितताओं और भ्रष्टाचार की जांच की मांग की है। अब देखना होगा कि जिलाधिकारी इस मामले को कितनी गंभीरता से लेते हैं और दोषियों के खिलाफ क्या कार्रवाई करते हैं।



No comments:
Post a Comment