भ्रष्टाचार की जीती जागती मिसाल देखना हो तो आप एक बार चकिया ब्लॉक के ग्राम सभा सोनहुल में भ्रमण करने चले जाइए , इस ग्राम सभा में मास्क , सैनिटाइजर से लेकर पंचायत भवन मरम्मत के लिए पैसे आए लेकिन शायद पैसों को पर लग गए और पैसा कहां गया किसी को पता ही नहीं चला।
जी हां यहां पर वर्ष 2019-20 में 63,81,439 रुपए अलॉट हुए जिसमें से 120,000 और 30,000 और वित्तीय वर्ष 2020-21 में कुल 3,00,0000 रुपए ग्राम पंचायत भवन निर्माण और मरम्मत के लिए निकाले गए लेकिन मरम्मत तो छोड़िए वहां सफाईकर्मी आजतक कभी झाड़ू तक नहीं लगाने गया। पंचायत भवन की स्थिति इतनी जर्जर हो चुकी है कि वह किसी भी समय गिर सकता है, इतने बड़े घोटाले पर आजतक क्या किसी अधिकारी की नजर नहीं पड़ी।
ग्रामीणों का कथन है की कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में जहां सरकार लाख कवायदें कर रही है वहां इस ग्राम प्रधान द्वारा मास्क और सैनिटाइजर का भी पैसा पचा लिया है।
लेकिन ये अकेले तो संभव नहीं है इसमें ऊपर के अधिकारियों की भी मिलीभगत है कि बिना निरीक्षण किए आप कुर्सी पर बैठे बैठे सारे पैसे पास कर दे रहे हैं।
इसी प्रकार से फैले भ्रष्टाचार से आज ग्रामीण समुदाय पिछड़ा हुआ है ।








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