वाराणसी । रामजन्मभूमि के भूमि पूजन के सुअवसर पर प्रमिला देवी फाउंडेशन द्वारा दो दिवसीय "श्री राम धुन" भजन कार्यक्रम का आयोजन फेसबुक पेज के माध्यम से आयोजित किया गया,साथ ही मड़ुवाडीह शाखा में सुंदरकांड का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में काशी के साथ-साथ सोनभद्र,प्रतापगढ़,मध्यप्रदेश, हैदराबाद,प्रयागराज, मिर्ज़ापुर,गुंडग़ांव के साथ ऑस्ट्रेलिया मेलबर्न से भी राम भक्तों ने हाज़री लगाई व सुमधुर भजन सुना कर भक्तो का मन मोहा। गायकों में काशी से अन्नपूर्णा मालवीय,अलका जायसवाल, सिद्धनाथशर्मा,डॉ. लियाकत अली, सौम्या वर्मा,सरिता बरनवाल,बाल कलाकार विदुषी वर्मा,संगीता शुक्ला,सोनभद्र से प्रदुमन त्रिपाठी,प्रतापगढ़ से अंजनी कुमार स्वतंत्र,मध्यप्रदेश से कौशल मेहरा,ऑस्ट्रेलिया मेलबर्न से मंजुला ठाकुर,सुमन अग्रवाल,प्रयागराज से शालिनी श्रीवास्तव, हैदराबाद से डॉ. मालविका त्रिपाठी,डॉ. प्रिया पांडेय,व मिर्ज़ापुर से लोकगीत गायक अनिल तिवारी ने श्री राम नाम पर भजन सुना कर श्रोताओं को राममय कर दिया। भजन में "जहाँ- जहाँ अनुराग है वहाँ-वहाँ श्री राम है",
"जय जयति जय रघुवंश भूषण राम राजीव लोचनम्" ,
"श्रीराम चन्द्र कृपालु भजमन हरन भव दारूनम्,"
"मन मे राम तन में राम",
"मेरो मन राम ही राम रटे", "पवन दिन आई अयोध्या के शान की,राम मंदिर निर्माण की ना, सजी राम राजधानी,लहरे सरयू का पानी" इत्यादि सुना श्रोताओं को मोहा। फाउंडेशन की अध्यक्ष पायल सोनी ने बताया कि "राम मंदिर के निर्माण के लिए हमारे पूर्वजों,पुरखो ने बलिदान दिया है,साथ ही स्वयं परिवार में पिता जी द्वारा मंदिर निर्माण के लिए अथक प्रयासों को देखा है, राम मंदिर के लिए विगत 5 वर्षों से हम सभी यज्ञ,हवन,सुंदरकांड पाठ,रामकथा,भंडारा इत्यादि भी करते रहे है। दो वर्ष पूर्व भी हम लोगों ने संकट मोचन मंदिर में राममंदिर के लिए सुंदरकांड का पाठ कराया था,और संकल्प लिया था कि हमारे पक्ष में फैसला आने पर संकट मोचन मंदिर में 51किलो लड्डू का भोग लगाया जाएगा।और एक साल होने के कुछ घंटे पहले यह फैसला हमारे पक्ष में आया था और हम सभी ने संकट मोचन मंदिर में प्रसाद वितरण कराया था,इसबार कोरोना महामारी के चलते कार्यक्रम करना सम्भव नही हो रहा था इसलिए हम सभी ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ऑनलाइन भजन संध्या का आयोजन किया।
कार्यक्रम का संयोजन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के वरिष्ठ स्वयंसेवी श्री बहादुर शाह ने कराया,
कार्यक्रम का सहसंयोजन मोहन लाल,अवधेश कुमार, प्रीति जायसवाल,राजेन्द्र गुप्त,शाम्भवी मिश्रा,शिवदत्त द्विवेदी,रचना श्रीवास्तव ने किया।कार्यक्रम का संचालन उप-शास्त्रीय नर्तक अमित श्रीवास्तव ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन पायल सोनी ने किया।


No comments:
Post a Comment